कई लोगों के स्वभाव में किसी व्यक्ति को दान देने या पैसे उधार बांटने की आदत होती हैं। ऐसे लोग कम आय होने पर भी दूसरों को दान या पैसे देते रहते हैं। इस स्वभाव के लोग हमेशा दुखी रहते हैं। किसी व्यक्ति को अपनी क्षमता से ज्यादा किसी को दान नहीं देना चाहिए।
जिन व्यक्तियों के पास पैसों की कोई कमी नहीं होती है, लेकिन वे हमेशा कंजूस बने रहते हैं उन्हें कभी भी समाज में मान सम्मान नहीं मिलता। शास्त्रों में कहा गया है कि व्यक्ति को हमेशा अपने सामर्थ्य के अनुसार ही दान करना चाहिए।